अल कायदा की भी यही सोच थी जिसने अफगानिस्तान के बामियान में भगवान बुद्ध की मूर्तियां तोड़ी ISIS की भी यही सोच जिसने इराक में कई मूर्तियों को ध्वस्त किया .. अब ठीक उसी सोच और उसी मार्ग पर अग्रसर हैं वो बंगलादेशी जिनके लिए हमारे विच में उमड़ता है प्यार और स्नेह .. वो बंगलादेशी जो बन चुके हैं, राजनीति का एक बहुत बड़ा हिस्सा ।
माणिकगंज जिले के सोलाई बांगला गाव में ४ सितम्बर के रात्री कुछ धर्मांधों ने श्री रक्षा काली मंदिर एवं श्री लोखनात मंदिर पर आक्रमण किया । इस समय धर्मांधो नें मंदिर में स्थित १० देवताओं की मुर्तीयों की तोडफोड कर उनका अनादर किया । मंदिर के पंडित लालचंद राजबंगशी ने महंमद जलील, तुली खतुन, महंमद फरूक, महंमद सहार अली, महंमद बहर अली के विरोध में सिंगेर पुलिस थाने मे अपराध प्रविष्ठ किया है । इस घटना में पुजारी को भी बेरहमी से पीटा गया जब उन्होंने इस तोड़फोड़ का विरोध किया .. वहां वो भीड़ नारे लगा रही थी कि बुतपरस्ती हराम है , बुतपरस्ती नहीं चलेगी और मुशरिकों को बंगलादेश से भगाओ आदि आदि । इसके बाद उस इलाके में दहशत का माहौल फैल गया .
इस घटना के बाद यहां के हिन्दुओं में असुरक्षा की भावना बढ गई है । इस घटना की जानकारी मिलते ही ’बांग्लादेश मायना‘रिटी वा‘च’ के अध्यक्ष अधिवक्ता रवींद्र घोष ने पुलिस थाने के अधिकारीयों से सम्पर्क कर देवताओं के मूर्तीयों की तोडफोड करनेवालों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की । बांग्लादेश में हिन्दू एवं हिन्दुओंके श्रध्दास्थानों पर आए दिन लगातार धर्मांधोंद्वारा आक्रमण हो रहा है परंतु इसप तथाकथित मानवतावादी कुछ नही बोल रहे है ।
हिन्दुओं, आज बांग्लादेश में हिन्दुओं के श्रद्धास्थानों के साथ जो हो रहा है वह हमारे यहाँं होने के लिए समय नही लगेगा । कुछ प्रमाण में वह हो भी रहा है । देश में बांग्लादेशी घुसपैठ बढ रही है । यदि ऐसी घुसपैठ शुरु रही तो एक दिन हमारा देश बांग्लादेश बन जाएगा । राष्ट्रवादी न्यूज बहुत पहले से ही बंगलादेश में हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाता आ रहा है ।
– सुदर्शन न्यूज में खबर है ।