काठमाण्डू । नेपाल में क्रिश्चियन धर्म प्रचार, प्रसार और प्रबर्धन आक्रामक रुप में हो रहा है । एक आँकडे के मुताबिक नेपाल में ३६ हजार चर्च निर्माण हो चुका है । खासकर पश्चिमी मुलुक एनजिओ और आईएनजीओ के मार्फत सहयोग के नाम पर जबरजस्ती धर्म परिवर्तन कराने में लगा है ।
इसका नेतृत्व नेपाल कम्युनिष्ट पार्टी, एमाले भी कर रहा है । एमाले के जिफन्ट नामक संस्थामार्फत एनजिओ और आईएनजीओ नेपाल प्रवेश कर रहा है । वें जागरुकता फैलाने, समाज परिवर्तन कराने के नाम पर धर्म परिवर्तन करवाने में लगा हुआ है । हिन्दू धर्म मानने बालोंको वें लोग पैसा के लालच देकर धर्म परिवर्तन करने पर बाध्य बनाते है, प्रति परिवार एक लाख नेपाली रुपयें देकर क्रिश्चियन बनाते है ।
इसी बिच एमाले के एक बरिष्ठ नेता क्रिश्चियन संयुक्त महासंघ के निमन्त्रणा में युरोप घुम्ने में मस्त है । ये अपनेको कथित राष्ट्रवादी बताने बालें नेता है एमाले के महासचिव ईश्वर पोखरेल । पोखरेल क्रिश्चियनों के पैसा पर फ्रान्स, जर्मनी, बेल्जियम और स्पेन के दौरा पर है ।
बिशेष सुत्रों के मुताबिक युरोप दौरा के दौरान क्रिश्चियन धर्मको नेपाल में किस तरह प्रभावकारी ढंग से प्रवद्र्धन करना, हिन्दूओं कीे आस्थाओंको किस तरह घटाना जैसे विषयों पर वार्तालाप और नयेँ रणनीति तैयार किया जायेगो । वेसै तो विश्व के एकमात्र हिन्दू राष्ट्र नेपालको एमाले के सुवास नेम्वाङ लगायत के लोगों ने ही पैसा लेकर जनभावना के विपरित धर्म निरपेक्ष बनाया, तथ्य स्पष्ट ही है ।
क्रिश्चियन डिजाइन के तहत धर्म निरपेक्ष बनाया गया नेपाल से हिन्दू धर्म को नाश करने में अभी एमाले नेताओंको प्रयोग किया जा रहा है । इसी सिलसिले में ईश्वर पोखरेल युरोप दौरा में है ।
– भाद्र १२ गते सोमवार www.nepalpana.com में खबर है