
पार्टी अध्यक्ष केपी ओली पहले के तुलना मे थोडा कम बोलते हुए तमलोपा के महामन्त्री एवम् मुस्लिम विभाग प्रमुख समिम मियाँ अन्सारीको माला लगाकर पार्टी एमाले मे प्रवेश कराएँ । इसी तरह नेपाली मुस्लिम भी उनके साथ ही पार्टी प्रवेश किये । रोचक तथ्य यह था कि एमाले प्रवेश करनेबालों मे अन्सारी व नेपाली मुस्लिम ही नही बल्कि वर्मा से समय समय मे नेपाल आ कर काठामांडू के कपन मे शरणार्थी के रुप मे बसे लगभग २ सौ बर्मेली भी थे ।
हल मे कतार लगें मुस्लिम भेषभुषा मे रहे महिलाएँ नेपाली नही बल्कि सभी बर्मेली थे । महिलाएँ न तो नेपाली जानते थे नही अंग्रजी ही । पर बर्मेली युवाओं सब हिन्दी मे बात करते थे । कार्की पार्टी प्यालेस मे मिला बर्मेली युवा अवु आलम ने कहो ‘हमको कुछ बात पता नही है । मिटिङ मे जाने के लिए बोले, हम आए है । हमको राजनीति कुछ मालुम् नहि है । उनके पत्नि मुर्याम खातुन से बात करना चाहने परे कुछ नही आता है सर हिलाकर इसारा की । हिन्दी मे उनके पति ने कहो ‘इनको नेपाली भाषा नही आता है ।’
एमाले मे प्रवेश करने बाले अधिकांश मुस्लिम समुदाय के लोग बर्मा के थे । वे लोग फिलहाल काठमांडु के कपन ईलाके मे रहते आया है । वे लोग नेपाली भाषा नही समझते है और ना ही नेपाली है । फिर भी एमाले के अध्यक्ष केपी ओली ने एमाले मे प्रवेश कराया है । कार्की पार्टी प्यालेस मे मिले एक दुसरा बर्मेली युवा दिल महम्मद कहा ‘ हमको न तो राजनीति के विषय मे कुछ मालुम नही है ना ही पार्टी के विषय मे ।
हमलोगों को बुलाकर लाया गया है ।
१६ साल के मोहमुद्ध हुल्हा ने कहा ‘बर्मा मे पढता था । वहाँ पर लडाई हुआ और हमलोगोंको भागना पडा । उसके माता पिता भी नही है । चार साल पहले बर्मा से नेपाल आ कर फिलहाल कपन मे रहते आए मोहम्द हुल्हा को भी नेपाली राजनीति के विषय मे कुछ जानकारी नही है । उस ने कहा ‘हम लोगोंको समिम मियाँ अन्सारी ने मिटिङ मे जाना है कह कर बुलाकर लाया और यहा लाकर पार्टी प्रवेश कराएँ है’
लगभग तीन सौ बर्मेली मुस्लिम फिलहाल काठमांडू के कपन ईलाकें मे ४ सालों से शरणार्थी के रुप मे बसे हुए है । मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति नेपाल मे भी पाँव पसार्ने लगा है । अपने आपको कथित राष्ट्रवादी बताने बालों के ही हात से विदेशी मुस्लिमको पार्टी प्रवेश कराना उनके चरित्र पर प्रश्न चिन्ह खडा करता है ।
यह समाचार नेपाल के चर्चित अनलाइन न्यूज पोर्टल रातोपाटी के मुताबिक सामाचार सामने आया है ।